Karnal( Haryana): सरकारी चावल की गाड़ियां न उतरने से मिलर परेशान
सरकारी धान के सीएमआर का काम करने वाले राइस मिलर्स इस समय परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं। जिसका मुख्य कारण जो मिलर्स सीएमआर का कार्य करते हैं उन्हें चावल की गाड़ियां सरकार को 31 मार्च तक जमा करवानी होती हैं, अगर राइस मिलर 31 मार्च तक गाड़ी नहीं जमा करवाता है तो 10 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से सरकार से मिलने वाला बोनस नहीं मिलता। जबकि अधिकतर राइस मिलर का प्रयास रहता है कि वह सरकार की गाड़ियां 31 मार्च से पहले सरकारी गोदामों में जमा करवा दें। चावल की गाड़ियां भी तैयार हैं पर एफसीआई यह कहकर गाड़ियां नहीं ले रहे कि उनके पास श्रमिक नहीं हैं।
मलिरों का कहना है कि अब 31 मार्च में कुछ दिन शेष हैं अगर इनको समय के अनुसार जमा नहीं करवाया तो हमें आर्थिक नुकसान हो सकता है। राइस मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेश बंसल ने कहा कि हमने करनाल के उच्च अधिकारियों को भी पत्र लिखा है कि हमारी गाड़ियां गोदामों में उतरवाई जाएं। इस तरह से सीएमआर का काम करने वाले मिल मालिकों को परेशान किया जा रहा है अगर यही रवैया चलता रहा तो आने वाले समय में राइस मिल को यह काम छोड़ना पड़ सकता है। हमारी सरकार से गुजारिश है कि समय रहते हैं गाड़ियां अपने गोदामों में उतरवाएं।
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