Chattisgarh: पीडीएस दुकानों में एक अप्रैल से बांटा जाएगा फोर्टिफाइड चावल

फोर्टिफिकेशन के द्वारा चावल में आवश्यक विटामिन खनिजों की आपूर्ति निश्चित की जाती है। फोर्टिफाइड चावल में आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन बी9, विटामिन बी12 सूक्ष्म तत्व मिश्रित किए जाते हैं। भारत में 70 प्रतिशत लोग सूक्ष्म पोषक तत्वों की आवश्यकता का 50 से 70 प्रतिशत मात्रा का ही उपभोग करते है। इसकी पूर्ति के लिए चावल में आवश्यक सूक्ष्म तत्वों को मिश्रित किया जाता है। जिसे फोर्टिफाइड चावल कहा जाता है। यह बातें जिले के राइसमिलर्स को फोर्टिफाइड राइस के संबंध में आयोजित ट्रेनिंग में बताई गई।
कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में राज्य द्वारा नियुक्त मास्टर ट्रेनर सीनियर प्रोग्राम एसोसिएट वर्ल्ड फूड प्रोग्राम छत्तीसगढ़ कस्तुरी पांडा द्वारा जिले के राइस मिलरों को फोर्टिफाइड राइस के मैन्युफैक्चरिंग के संबंध में प्रशिक्षण दी गई। जिसके अंतर्गत फोर्टिफाइड राइस के मैन्युफैक्चरिंग प्रक्रिया एवं गुणवत्ता नियंत्रण, गुणवत्ता लेवलिंग और पैकेजिंग, भण्डारण इत्यादि शामिल है। इस ट्रेनिंग में जिला खाद्य अधिकारी, जिला विपणन अधिकारी, जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम, खाद्य निरीक्षक, गुणवत्ता निरीक्षक एवं नागरिक आपूर्ति के गोदाम प्रभारी के साथ अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।
प्रशिक्षण में उपस्थित सभी अधिकारी एवं मिलर्स को फोर्टिफिकेशन की आवश्यकता के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। पोषक तत्वों की कमी की पूर्ति हेतु चावल फोर्टिफिकेशन सूक्ष्म द्वारा पोषक तत्वों की पूर्ति का प्रयास किया जा रहा है। सूक्ष्म पोषक तत्व आयरन, जिंक, फोलिक एसिड, विटामिन बी 12, विटामिन ए शामिल है। राइस मिलरों को बताया गया कि सभी उत्पाद राइस मिलर्स के लिए खाद्य सुरक्षा मानक लाइसेंस की अनिवार्यता की जानकारी दी गई। साथ ही आवश्यक दस्तावेज के संधारण एवं सावधानियों के बारे विस्तृत रूप बताया गया।
एक अप्रैल से पीडीएस दुकानों में मिलेगा फोर्टिफाइड चावल
राज्य शासन द्वारा अप्रैल 2023 से सामान्य राशन कार्ड के अतिरिक्त सभी राशन कार्डधारियों को फोर्टिफाइड चावल वितरण शुरू किया जाएगा। इसलिए इसके बार में पहले से राइस मिलरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। राइस मिलरों को प्रशिक्षण में फोर्टिफाइड चावल की बोरियों की पैकेजिंग, लेबलिंग व भंडारण के बारे में भी जानकारी दी गई। खाद्य अधिकारी ने बताया कि फोर्टिफाइड चावल पहले से कहीं ज्यादा पोष्टिक होगा। स्वाद में कोई अंतर नहीं होगा।
फोर्टिफाइड चावल कुपोषण को दूर करने में है सहायक
वर्ल्ड फूड प्रोग्राम छत्तीसगढ़ के मास्टर ट्रेनर ने बताया कि फोर्टिफाइड चावल एनीमिया कुपोषण दूर करने में सहायक है। 6 से 50 माह के बच्चों में 67 प्रतिशत, 15 से 49 वर्ष की महिलाओं में 60 प्रतिशत एवं 15 से 49 वर्ष के पुरूषों में 27 प्रतिशत खून की कमी पाई गयी है। जशपुर जिले में भी खून की कमी व सिकल सेल के सैकड़ों मरीज हैं। इस चावल के उपयोग से इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
प्लास्टिक नहीं फोर्टिफाइड चावल है, अफवाह से बचें
फोर्टिफाइड चावल में प्लास्टिक होने की अफवाह बाजार में उड़ी है। ट्रेनिंग में बताया गया कि फोर्टिफाइड चावल प्लास्टिक चावल बिल्कुल नही है। फोर्टिफाइड चावल कई पोषक तत्वों से युक्त है और इसे पकाने का एवं उपयोग करने का तरीका भी सामान्य चावल के जैसा ही है। यदि प्लास्टिक होता तो पकाने के दौरान आसानी से पता चल जाता।
This article has been republished from The Dainik Bhaskar

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