(Madhya Pradesh) धान के बदले चावल देने का मामला:107 राइस मिलर्स में केवल 4 ने शत प्रतिशत जमा किया चावल, 24 मिलर्स को नोटिस जारी

शासन की नीति के तहत धान के बदले चावल देने के मामले में जिले के 107 राइस मिलर्स में केवल 4 मिलर्स ही ऐसे है, जिन्होंने, जितने धान का उठाव किया, उसका शत प्रतिशत चावल जमा कर दिया है। जबकि 79 ऐसे मिलर्स है, जो सख्ती विपणन विभाग के सख्ती के बाद चावल जमा करना शुरू कर दिए है।

जबकि 24 ऐसे मिलर्स है, जिन्होंने अब तक मिलिंग नीति के तहत धान का उठाव करने के बाद भी निर्धारित अवधि में चावल ​​​​​​​जमा नहीं किया है। ऐसे 24 मिलर्स के खिलाफ विपणन कार्यालय ने नोटिस जारी किया है, कि आखिर क्यों ना उन्हें मिलिंग के कार्य से ब्लैक लिस्टेड ​​​​​​​कर दिया जाए।

धान उत्पादक बालाघाट जिले में समर्थन मूल्य पर खरीदी गई धान को शासन के नियमों के तहत पंजीकृत मिलर्स को मिलिंग के लिए प्रदाय किया जाता है, जिसका चावल ​​​​​​​बनाकर समयावधि में मिलर्स को जमा करना होता है, लेकिन इस मिलिंग कार्य में राईस मिलर्स की कोताही को लेकर प्रशासन सख्त हो गया है।

जबकि दूसरी ओर मिलर्स लॉबी का कहना है कि उन्हें विपणन कार्यालय द्वारा आरओ जारी नहीं किये जा रहे है। यही नहीं मिलर्स लॉबी की मानें तो समर्थन मूल्य में खरीदी गई धान बड़ी मात्रा में अब भी गोदामो में रखी है और आगामी 30 सितंबर मिलिंग की अंतिम तिथि है।

ऐसे में गोदामो में पड़ी धान की 30 सितंबर की अवधि तक मिलिंग कराया जाना संभव नहीं है। जिसके लिए शासन को तिथि बढ़ाया जाना चाहिए। मिलर्स मोनु भगत की माने तो विपणन विभाग के समय पर आरओ जारी नहीं किए जाने से बड़ी संख्या में गोदामों में पड़ी धान को जानबूझकर सड़ाने का काम जिम्मेदारों की ओर से किया जा रहा है। मिलर्स, मिलिंग करने को तैयार है लेकिन धान के लिए आरओ नहीं दिए जा रहे हैं।

हालांकि इस मामले में विपणन अधिकारी हीरेन्द्र रघुवंशी ने बताया कि 17 अगस्त को कलेक्टर महोदय द्वारा की गई समीक्षा के दौरान मिलर्स द्वारा धान के उठाव किये जाने के बावजूद निर्धारित समयावधि में अब तक चावल ​​​​​​​नहीं जमा करने वाले 24 मिलर्स को नोटिस जारी किया गया है कि आखिर उन्हें ब्लैक लिस्टेड क्यों ना किया जाए।

उन्होंने कहा कि आरओ के आदेश भी जारी हो गए है और समानुपाति क्रम में मिलर्स को आरोह भी प्रदान किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि धान का उठाव करने वाले मिलर्स से 33 हजार मीट्रिक टन धान को जमा कराया जाना है, जो मिलर्स ने जमा नहीं किए है। कलेक्टर की ओर से समीक्षा में धान का उठाव नहीं करने वाले 24 मिलर्स को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए है। जिन्होंने अब तक धान के उठाव के बावजूद चावल ​​​​​​​जमा नहीं किया गया है।

इन मिलर्स को जारी किया गया नोटिस

जिला विपणन अधिकारी हीरेंद्र रघुवंशी के धान का उठाव करने के बावजूद चावल ​​​​​​​नहीं देने वाले 24 मिलर्स श्रीराम राईस मिल बोलेगांव, पटेल राईस उद्योग, फरहान राईस मिल ठेमा, मेसर्स शुभम परबायलिंग मेंहदीवाड़ा वारासिवनी, मां पूर्णा राईस मिल चिचोली, श्री गोपाल एग्रोटेक, लक्ष्मी राईस उद्योग मेंहदीवाड़ा, पाराशर राईस मिल हिर्री, विजय राईस मिल कोसमी बालाघाट, बालाजी परबायलिंग इंडस्ट्रीज, केशर एग्रोटेक, शक्ति राईस मिल बेहरई बालाघाट, श्री दिनदयाल देशमुख कटंगी, हर्ष राईस उद्योग गर्रा, आहुजा राईस एंड मसाला उद्योग, अमर राईस इंडस्ट्रीज, एमएम राईस उद्योग कोसमी बालाघाट, सतनाम परबायलिंग, पारधी राईस इंडस्ट्रीज, शुभम राईस उद्योग वारासिवनी, गौरी राईस इंडस्ट्रीज सिवनीखुर्द, मेसर्स परी राईस मिल कटंगी, श्री महालक्ष्मी राईस मिल एंड परबॉयलिंग उद्योग और सुगंधा राईस मिल गुडरूघाट कटंगी को नोटिस जारी कर सात दिनों का समय दिया गया है। समयावधि में चावल ​​​​​​​जमा नहीं करने पर राइस मिलर्स को ब्लैक लिस्ट करने की कार्रवाई की जाएगी।

This article has been republished from Dainik Bhaskar

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