Rice News: बासमती चावल की कीमतों में गिरावट क्यों? एक्सपोर्ट रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा
AIREA के जनरल सेक्रेटरी पंकज गोयल ने CNBC आवाज़ के साथ एक खास बातचीत में बताया कि बासमती की कीमतों में 10-15% की गिरावट आई है. उन्होंने कहा कि MEP को हटाया जाना चाहिए और उम्मीद है कि सरकार की नीतियां इंडस्ट्री के हित में होगी. देश से बासमती चावल एक्सपोर्ट रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. साल 2023-24 में 52.4 लाख टन का एक्सपोर्ट किया गया है.
गोयल का कहना है कि यह सरकार का अच्छी पॉलिसी की वजह से हो पाया है. उन्होंने कहा कि आने वाला समय चावल बाजार के लिए थोड़ा मुश्किल समय है क्योंकि सरकार कीमतों को कंट्रोल करने के लिए कई तरह के बैन लगाए थे. गोयल ने कहा कि चुनाव के बाद सरकार से अच्छी पॉलिसी लाने की उम्मीद है.
क्यों बढ़ी भारतीय बासमती की मांग
पाकिस्तानी बासमती को EU ने वापस भेजा. मिनिमम रेसिड्यू लेवल (MRL) नियमों के उल्लंघन के कारण इसे वापस भेजा गया है. जबकि EU को भारतीय बासमती का एक्सपोर्ट बढ़ने की उम्मीद है. भारतीय बासमती का एक्सपोर्ट 5 लाख टन की उम्मीद है. गोयल ने कहा उम्मीद है कि चुनाव के बाद सरकार कुछ अच्छी पॉलिसी लाएगी. उन्होंने कहा कि बासमती की कीमतों में अभी 10-15 फीसदी की कमी आई है. साल 2022-23 में 45.60 टन बासमती की एक्सपोर्ट हुआ था. जबकि साल 2023-24 में 52.40 टन बासमती का एक्सपोर्ट हुआ.
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