गेहूं की ओपन मार्केट बिक्री के लिए नई रिजर्व कीमत तय, थोक खरीदारों को मिलेगा 2550 रुपये प्रति क्विंटल में गेहूं: खाद्य मंत्रालय
खाद्य मंत्रालय ने 2025-26 के लिए ओपन मार्केट सेल स्कीम (OMSS) के तहत थोक खरीदारों जैसे आटा मिलों को गेहूं की बिक्री के लिए रिजर्व प्राइस को मंजूरी दे दी है। यह गेहूं भारतीय खाद्य निगम (FCI) के पास मौजूद अधिशेष भंडार से लिया जाएगा और इसकी कीमत 2,550 रुपये प्रति क्विंटल तय की गई है, जो न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2,425 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक है।
पिछले वित्त वर्ष में सरकार ने OMSS के तहत गेहूं की कीमत 2,325 रुपये प्रति क्विंटल रखी थी। खाद्य मंत्रालय के पत्र के अनुसार, सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के लिए आवश्यक भंडार और बफर स्टॉक को सुरक्षित रखने के बाद, बिक्री की मात्रा, समय और स्टॉक की स्थिति को ध्यान में रखते हुए FCI मंत्रालय से परामर्श करके निर्णय ले सकता है। यदि आवश्यकता पड़ी तो अतिरिक्त 20 लाख टन गेहूं की बिक्री की अनुमति भी दी गई है।
रोलर फ्लोर मिलर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष नवीन चितलांगिया ने फाइनेंशियल एक्सप्रेस से बातचीत में बताया कि “फिलहाल कटाई पूरी हो चुकी है और बाजार में पर्याप्त मात्रा में गेहूं उपलब्ध है। बाजार में कीमतें वर्तमान रिजर्व प्राइस से कम हैं।”
वर्तमान में FCI के पास 35.2 मिलियन टन गेहूं का भंडार है, जबकि 1 जुलाई के लिए बफर नॉर्म 27.58 मिलियन टन है। अधिकारियों के अनुसार, मार्च 2026 तक हर महीने PDS के तहत लगभग 1.8 मिलियन टन गेहूं वितरित करने के बाद भी OMSS के लिए पर्याप्त स्टॉक मौजूद रहेगा। इस वित्त वर्ष में FCI खुले बाजार में 4–5 मिलियन टन गेहूं की बिक्री कर सकता है।
रिजर्व प्राइस 2,550 रुपये प्रति क्विंटल (परिवहन शुल्क छोड़कर) 30 जून 2026 तक लागू रहेगा। यह कीमत नाफेड, NCCF, केंद्रीय भंडार जैसे सहकारी संस्थानों पर भी लागू होगी जो ‘भारत’ ब्रांड के तहत बिक्री करेंगे। बिक्री केवल उनके स्टोर, मोबाइल वैन, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और बड़े रिटेल चैनलों के माध्यम से होगी।
FCI और राज्य एजेंसियों ने 2025-26 रबी मार्केटिंग सीजन (अप्रैल-जून) में अब तक 30 मिलियन टन गेहूं खरीदा है, जो पिछले चार वर्षों में सर्वाधिक है। सरकार जल्द ही खुले बाजार में गेहूं की बिक्री शुरू करेगी ताकि कीमतों में वृद्धि की आशंका को रोका जा सके।
वित्त वर्ष 2024-25 में OMSS के तहत 3 मिलियन टन गेहूं थोक खरीदारों को बेचा गया था, जबकि FY24 में रिकॉर्ड 10 मिलियन टन गेहूं की बिक्री हुई थी। कृषि मंत्रालय के तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार 2024-25 में गेहूं का उत्पादन रिकॉर्ड 117.5 मिलियन टन रहने की संभावना है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 3.7% अधिक है।
हालांकि, सरकार ने मजबूत उत्पादन के बावजूद व्यापारियों, स्टॉकिस्टों और आटा मिल मालिकों पर स्टॉक सीमा लागू कर दी है। मई में गेहूं की वार्षिक महंगाई दर 9.94% दर्ज की गई।
इसी बीच, सरकार ने वर्तमान एथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ESY) 2025-26 (नवंबर-अक्टूबर) के लिए FCI के स्टॉक से डिस्टिलरियों को दिए जाने वाले चावल की कीमत बढ़ाकर 2,320 रुपये प्रति क्विंटल कर दी है, जो अभी 2,250 रुपये प्रति क्विंटल है। वर्तमान ESY के तहत 5.2 मिलियन टन चावल आबंटित किए गए हैं, जिनमें से 1.7 मिलियन टन अब तक उठाए जा चुके हैं।