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भारत के चावल निर्यातकों की नई रणनीति: अब इराक, इंडोनेशिया और सऊदी अरब जैसे उभरते बाज़ारों पर नज़र

मॉनसून की अच्छी बरसात और रिकॉर्ड उत्पादन के बाद भारत के चावल निर्यातकों ने अब नए सीज़न की फसल के लिए उभरते वैश्विक बाज़ारों में अपने पैर मज़बूती से जमाने की तैयारी शुरू कर दी है। इराक, इंडोनेशिया, सऊदी अरब, जापान और मेक्सिको जैसे देशों में भारतीय चावल की नई संभावनाओं को तलाशने की योजना पर काम तेज़ हो गया है।

भारतीय राइस एक्सपोर्टर्स फेडरेशन के उपाध्यक्ष देव गर्ग ने रॉयटर्स से बातचीत में बताया, “भारत पहले से ही वैश्विक चावल व्यापार में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। अब हमारा लक्ष्य उन बाज़ारों तक पहुँचना है जहां भारतीय चावल की हिस्सेदारी अभी कम है। उत्पादन और भंडारण दोनों मजबूत स्थिति में हैं, इसलिए यह निर्यात बढ़ाने का सही समय है।”

भारत दुनिया के कुल चावल निर्यात का लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा रखता है — जो थाईलैंड, वियतनाम, पाकिस्तान और अमेरिका जैसे अगले चार बड़े निर्यातक देशों के संयुक्त निर्यात से भी ज़्यादा है।

हाल के वर्षों में लगातार अच्छी फसलों के चलते सरकारी गोदामों में चावल का स्टॉक रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। इस साल भी औसत से बेहतर मॉनसून के कारण उत्पादन में और बढ़ोतरी की उम्मीद है, जिससे गोदामों में भरे स्टॉक को देखते हुए व्यापारी निर्यात बढ़ाने की दिशा में सक्रिय हो गए हैं।

खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) के अनुसार, भारत ने जून 2025 तक के फसल वर्ष में 146.1 मिलियन टन चावल का रिकॉर्ड उत्पादन किया, जो घरेलू मांग 120.7 मिलियन टन से कहीं अधिक है।

देव गर्ग ने बताया कि भारतीय निर्यातकों ने कुल 26 नए अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों को चिन्हित किया है, जहां भारतीय चावल की मांग बढ़ाई जा सकती है। “इनमें से कई देश वर्तमान में अपने चावल की आपूर्ति अन्य देशों से लेते हैं, लेकिन हम उनके अनुसार अपनी क्वालिटी और ग्रेड्स को पेश कर बाज़ार हिस्सेदारी बढ़ाने की कोशिश करेंगे,” उन्होंने कहा।

भारतीय चावल निर्यातक इस सप्ताह नई दिल्ली में आयोजित होने वाले ‘भारत इंटरनेशनल राइस कॉन्फ्रेंस 2025’ के दौरान कई वैश्विक खरीदारों के साथ निर्यात सौदे करने की तैयारी में हैं।

इस रणनीति से न केवल भारत का वैश्विक व्यापार मज़बूत होगा, बल्कि किसानों को भी अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों में अपनी उपज के बेहतर दाम मिल सकेंगे — जिससे भारत ‘वैश्विक चावल केंद्र’ के रूप में अपनी स्थिति और सुदृढ़ कर सकेगा।

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